बड़े बुज़ुर्ग पुरानी परम्परा निभा गए, गाय हमारी माँ है ये पाठ सिखा गए!! मगर इंसान की खाल में कुछ भेड़िये, माँस की वासना में गौ-माँस ही खा गए!!
ले जाएगा मुझे कोई कसाई. फिर भी भूल जाती सबकुछ , जब यह पुचकारता है मुझे कहता है -‘माँ’और’माई’.
क्या हम काबिल हैं कहलाने के इसके प्यारे बच्चे, माँ हमारी कितनी काबिल पर बच्चे इसके कितने कच्चे, पर बच्चे इसके कितने कच्चे |
श्री कल्याणी माता गौशाला में धूमधाम से मनाई गोपाष्टमी
गोपाष्टमी मोके गौ भक्तों ने गौशाला में गौ माता की पूजा की, टेका मत्था पटियाला, 21 नवंबर:-श्री कल्याणी माता गौशाला, काली माता मंदिर, पटियाला में गोपाष्टमी बड़ी धूमधाम से मनाई गई। सुबह से लेकर देर शाम तक हजारों की संख्या में गौभक्तों ने गौमाता को तिलक कर, खंमणी बांधकर और …
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