बड़े बुज़ुर्ग पुरानी परम्परा निभा गए, गाय हमारी माँ है ये पाठ सिखा गए!! मगर इंसान की खाल में कुछ भेड़िये, माँस की वासना में गौ-माँस ही खा गए!! December 9, 2023 Uncategorized 0 Read More »
ले जाएगा मुझे कोई कसाई. फिर भी भूल जाती सबकुछ , जब यह पुचकारता है मुझे कहता है -‘माँ’और’माई’. December 7, 2023 Uncategorized 0 Read More »
क्या हम काबिल हैं कहलाने के इसके प्यारे बच्चे, माँ हमारी कितनी काबिल पर बच्चे इसके कितने कच्चे, पर बच्चे इसके कितने कच्चे | December 6, 2023 Uncategorized 0 Read More »